इस मन्दिर में होती है बुलेट की पूजा प्रशाद की जगह शराब चढ़ाई जाती है। बुलेट बाबा की सचाईं जानकर उड़ जायेंगे होश।

क्यों बुलेट गाड़ी बिना किसी चालक के पहुच गई अपने मालिक की मौत के घटनास्थल पर। बुलेट बाबा की सचाईं जानकर उड़ जायेंगे होश।

राजस्थान के इस अनोखे मन्दिर में प्रशाद की जगह शराब चढ़ाई जाती हैं। क्या है बुलेट बाबा के मंदिर का इतिहास। जाने पूरी जानकारी।

हेलो दोस्तों हर जगह मंदिरों में देवी देवताओं की पूजा की जाती है पर एक ऐसी जगह है जहां पर बुलेट बाबा की पूजा की जाती है बोले तो बुलेट की पूजा की जाती है लेकिन क्या आपने कभी किसी मंदिर में मोटरसाइकिल की पूजा के बारे में सुना है तो आज मैं आपको बता देता हूं कि एक ऐसी जगह है जहां पर मोटरसाइकिल की पूजा की जाती है ऐसा क्यों है कि उस मोटरसाइकिल की पूजा की जाती है इसकी जानकारी आपको इसी पोस्ट के अंदर मिल जाएगी पूरी पड़ेगा पोस्ट को सुनने में तो यह बहुत अजीब लगता है लेकिन हमारे ही देश के राजस्थान में एक ऐसा मंदिर है जिसका नाम ओम बन्ना और बुलेट बाबा धाम के नाम से जाना जाता है रॉयल एनफील्ड 350 की पूजा जाती है राजस्थान आने वाले पूरे देश के बाइक राइडर किस मंदिर में आना नहीं बोलते हैं तो आइए जानते हैं इस मंदिर के बारे में



1. ओम बन्ना (बुलेट बाबा) मंदिर कहां स्थित है ? – bullet wala baba


दोस्तों यह मंदिर राजस्थान के पाली जिले में बाड़मेर पाली सड़क मार्ग पर स्थित है बुलेट बाबा मंदिर नजदीकी शहर जोधपुर से गरीब 45 किलोमीटर और पाली से करीब 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जो आज के समय में यहां का एक आकर्षण का केंद्र बन गया है

2. बुलेट बाबा यानी बाइक की पूजा होने वाला मंदिर किस देवता को समर्पित है ?


दोस्तों बाइक के रूप में पूजा होने वाले मंदिर में ब्रह्मा विष्णु और महेश जैसी किसी देवता की पूजा नहीं होती है पर इस मंदिर में ओम बन्ना नामक एक ऐसे व्यक्ति की पूजा होती है जो राजस्थान के पाली जिले में चोटिया गांव के निवासी थे और इनके पिता का नाम जोग सिंह राठौड़ था तो आइए जानते हैं इस मंदिर का इतिहास के बारे में

3. बुलेट बाबा धाम का इतिहास – History of bullet Baba Temple Rajasthan In Hindi.


दोस्तों ओम बन्ना इनका पूरा नाम नहीं है इनका पूरा नाम ओम सिंह राठौड़ है राजस्थान के नव युवको वर्ग के लोगों को बन्ना कहा जाता है इसलिए दोस्तों इन्हें ओम बन्ना के नाम से जाना जाता है ओम बन्ना जी के बुलेट 350 का नंबर RNJ7733 है

दोस्तों ओम बन्ना बुलेट बाबा मंदिर का इतिहास की घटना करीब 33 साल पहले 1988 में हुई थी जब ओम बन्ना लाल अपनी बाइक  बुलेट 350 बागड़ी से गांव चोटिया की ओर लौट रहे थे पाली के वर्तमान में स्थित इस जगह के पास आने के बाद उनको ऐसा लगा कि सड़क पर कोई आ रहा है इसके लिए उन्होंने बाइक की हैंडल घुमा ली तभी सामने से आ रहे ट्रक से टकराकर वह दोबारा एक पेड़ से टकरा गए  टक्कर तेज होने की वजह से उनकी वहीं  घटना पर ही मृत्यु हो गई। दोस्तों ऐसा माना जाता है कि उस पेड़ पर टकराने से बन्ना लाल की मौत हुई थी और दोस्तों जिस बाइक से उसकी मौत हुई थी तो पुलिस वाले समझ रहे थे कि यह मामूली एक्सीडेंट है।

पन्नालाल की लाश को तो घर पहुंचा दिया गया और बाइक को पुलिस स्टेशन ले गए। तो दोस्तों एक इसमें चौंकाने वाली बात यह है कि वह बाइक पुलिस वाले पुलिस में ले गए थे, और वह बाइक जहां घटना हुई थी वहां पर दोबारा आ गई खबर सुनते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और नियमानुसार बाइक को थाने में ले आई। फिर दोस्तों क्या था। बाइक अगले दिन भी वहां से गायब हो गई और उसी घटनास्थल पर आ पहुंची जहां पर उनका एक्सीडेंट हुआ था। अगले दिन जब उनके पिताजी जोग सिंह राठौड़ को यह बात पता चली तो वह तुरंत घटनास्थल पर आए और पुलिस कर्मियों के द्वारा बाई को थाना ले जाना पड़ा बाइक को तो थाना ले गए उसके टंकी से तेल का एक-एक बूंद निकाल लिया गया कि अब कहां जाएगी तू। दोस्तों फिर से चौंकाने वाली बात बाइक का पूरा तेल निकालने के बावजूद भी वह वहां से गायब हो गई अपने आप और घटनास्थल पर पहुंच गई।

ओम बन्ना के मंदिर का निर्माण इस प्रकार से हुआ है। उस तरह से घटना आपस के गांव वालों में फैलती चली गई और बन्ना के पिता के आदेश पर बेटे के आत्मा की शांति के लिए उस बाइक को घटनास्थल पर जहां बाइक खुद ब खुद आकर खड़ी हो जाती है एक चबूतरा बनाकर बाइक को खड़ा कर दिया और वहां पर एक मंदिर का निर्माण कर दिया जब लोगों की मन्नतें पूरी होने लगी तो उन्होंने इस बाइक के बगल में ही ओम बन्ना जी के एक मंदिर का निर्माण करवा दिया वहां लोग अपनी मन्नते पूरी कर रहे थे।

दोस्तों अगर आप बुलेट वाला बाबा के पास जाते हैं तो आपको वहां आसपास के लोगों के साथ-साथ कुछ बाइक राइडर भी मंदिर में दर्शन करते हुए देखने को मिल सकते हैं अगर आप इस रहस्यमई घटना को विश्वास नहीं करते हैं तो आपको भी राजस्थान जाने के बाद इस मंदिर में जाना चाहिए और अगर आपको इस तरह के घटना पर विश्वास नहीं है तो इसमें मेरी कोई गलती नहीं है क्योंकि मैंने इस रहस्यमई घटना के बारे में वहां के स्थानीय लोगों के द्वारा जानने के बाद ही आप तक पहुंचाने की कोशिश की है।

दोस्तों मेरा उपदेश इस घटना को बढ़ावा देना का कोई मकसद नहीं है। क्योंकि मैंने इसलिए इस घटना को सिर्फ आपकी जानकारी के लिए तैयार किया था।

मैं आशा करता हूं कि यह जानकारी आपको बहुत अच्छी लगी होगी अगर इस पोस्ट से संबंधित आपको कोई भी सवाल हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं मैं आपको जल्द से जल्द रिप्लाई देने की कोशिश करूंगा धन्यवाद।

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